उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत बोले
- यूजीसी गाइडलाइन के तहत एक अक्टूबर से प्रारम्भ होगा नया शैक्षणिक सत्र
- विश्वविद्यालयों को 30 अक्टूबर तक जारी करने होंगे सभी परीक्षा परिणाम
- नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए होमवर्क शुरू करने के निर्देश
देहरादून। आज शनिवार को सचिवालय स्थित वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली सभागार में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित राजकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों की बैठक में कई अहम फैसले लिये गये।
बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य के समस्त उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रथम वर्ष एवं प्रथम सेमेस्टर के प्रवेश पहली सितम्बर से प्रारम्भ कर दिये जायेंगे। जबकि यूजीसी गाइडलाइन का पालन करते हुए एक अक्टूबर से नया शिक्षा सत्र शुरू करना होगा। इसी क्रम में सभी राजकीय विश्वविद्यालयों को 30 अक्टूबर तक समस्त परीक्षा परिणाम घोषित करने के निर्देश दिये गये हैं। कोविड नियमों का पालन करते हुए मेडिकल, पैरामेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेजों को अगस्त माह में खोले जाने की मांग पर अनुमति प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
बैठक में राज्य में नई शिक्षा नीति लागू करने के उद्देश्य से गठित टास्क फोर्स को अभी से होमवर्क शुरू करने के निर्देश दिये गये। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में एनसीसी, एनएसएस एवं रेड क्रॉस सोसाइटी की इकाइयां स्थापित करने के लिए कुलपतियों को निर्देशित किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालयों में जागरूकता अभियान के अंतर्गत घटते हुए लिंगानुपात पर सेमिनार आयोजित करने, नमामि गंगे परियोजना के तहत 3-डी पेंटिंग हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त करने, जल जीवन मिशन के तहत विज्ञान प्रयोगशाला प्रस्ताव भेजने के निर्देश कुलपतियों को दिये।
ब्लॉक स्तर पर सार्वजनिक पुस्तकालय खोले जाने हेतु नेशनल लाइब्रेरी कोलकता के सहयोग से सेमिनार आयोजित करने हेतु विश्वविद्यालयों को कहा गया। कोविड-19 गाइडलाइन के अंतर्गत अक्टूबर माह में सभी राजकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों को दीक्षांत समारोह आयोजित करने के निर्देश दिये गये। बैठक में सचिव उच्च शिक्षा दीपेन्द्र चौधरी, कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी, डॉ. पीपी ध्यानी, प्रो. एनके जोशी, प्रो. एनएस भंडारी, प्रो. सुरेखा डंगवाल, निदेशक उच्च शिक्षा प्रो. कुमकुम रौतेला, अपर सचिव एमएम सेमवाल, सलाहकार रूसा प्रो. एमएसएम रावत, प्रो. केडी पुरोहित, निजी विवि के कुलपति डॉ. विजय धस्माना, प्रो. संजय जसोला, प्रो. नरेन्द्र शर्मा, प्रो. शरद पाण्डेय, डॉ. राजेश मिश्रा, प्रो. आरके सिंह, प्रो. जेपी पचौरी, डा. महावीर अग्रवाल, अमित डैन, रजिस्ट्रार डॉ. महावीर सिंह रावत, डॉ. एमएस मद्रवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।