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इधर कुआं और उधर खाई : तो अब तेरा क्या होगा हरक!

सियासत के मोहरे

  • भाजपा से किक आउट के बाद बगावती तेवरों वाले नेता का अब कांग्रेस में एंट्री पर सस्पेंस
  • हरदा बोले-पहले माफी मांगें, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का भी रखा जाए ख्याल

देहरादून। वर्ष 2016 की कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत के केंद्र में रहे हरक सिंह रावत को भाजपा ने रविवार को अचानक पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब हरक के पास कांग्रेस ज्वाइन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं दिख रहा है। हरक ने भी कांग्रेस से जुड़ने के संकेत दिए हैं, लेकिन फिलहाल उनकी कांग्रेस में ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है।
हरक मामले को लेकर कांग्रेस में भी गुटबाजी फिर उभरकर सामने आ गई है। इस पूरे सियासी घटनाक्रम को लेकर पूर्व सीएम हरीश और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बयान के बाद कांग्रेस में सस्पेंस की स्थिति बनती दिख रही है।
पहली प्रतिक्रिया हरीश रावत आई है। हालांकि हरक को लेकर हरदा के सुर पहले ही नरम पड़ गए थे, लेकिन वो अब भी यही कह रहे हैं कि हरक को कांग्रेस छोड़ने की अपनी गलती माननी होगी, तभी कांग्रेस में एंट्री मिलेगी। हरक सिंह अभी कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं। कई मुद्दों पर विचार करने के बाद पार्टी कोई निर्णय लेगी।
हरीश ने कहा कि अगर हरक अपनी कांग्रेस छोड़ने की गलती मान लेते हैं तो हम पार्टी में उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि पार्टी जो भी निर्णय लेगी, वह श्रेष्ठ होगा, लेकिन इसमें भी पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल रखा जाना चहिए।
हरीश ने कहा कि इसके साथ ही वर्ष 2016 के घटनाक्रम को भी ध्यान में रखना चाहिए। उस वक्त जो घटना हुई थी, वह हरीश रावत के नहीं, लोकतंत्र के प्रति अपराध था। संसदीय परंपराओं के प्रति अपराध था। पार्टी के प्रति अपराध था। यदि आपने (हरक सिंह) अपराध किया है तो आपमें प्रायश्चित करने की भी हिम्मत होनी चाहिए। इस तरह हरक की कांग्रेस में एंट्री के बीच हरदा का पेच आ गया है। वैसे भी हरीश रावत हरक की कांग्रेस में एंट्री के खिलाफ रहे हैं। उन्होंने पूर्व सीएम विजय बहुगुणा को 2016 की सियासी बगावत का मुख्य आरोपी भी बताया।
एक तरफ हरीश रावत ने हरक के कांग्रेस में शामिल होने पर सवाल उठाये हैं तो दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की राय है कि अगर हरक पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत किया जाना चाहिए।  नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह कहा कि भाजपा द्वारा निष्कासित किए जाने से हरक बहुत आहत हैं। अगर हरक वापस कांग्रेस में आते हैं तो पार्टी को मजबूती मिलेगी। 

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