- जान जोखिम में डालकर सफर करने की मजबूरी
- प्रदेश के अधिकांश मार्गों पर हो रहा है भूस्खलन
- आज भी उत्तराखंड में भारी बारिश के आसार
- मसूरी, बदरीनाथ हाईवे सहित कई मुख्य मार्ग अवरुद्ध
- कुमाऊं के कपकोट में 20 परिवार को बना भूस्खलन से खतरा
देहरादून। उत्तराखंड में आसमान से बरसी आफत ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सड़कें क्षतिग्रस्त होने से लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं। प्रदेश के विभिन्न मार्गों पर हो रहे भूस्खलन से लोग जान जोखिम में डालकर रहे हैं सफर करने को मजबूर हैं। मसूरी-देहरादून रोड गुरुवार रात करीब 9 बजे बीती ठप है। वहीं ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर दिनभर रुक-रुककर भूस्खलन हो रहा है। कुमाऊं में भी सीमांत इलाकों में संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को कुमाऊं में भारी बारिश हो सकती है। देहरादून, हरिद्वार समेत कुमाऊं के सभी जिलों में बारिश की आशंका बनी हुई है। बारिश से कुमाऊं के सीमांत पिथौरागढ़ व बागेश्वर जिले का जनजीवन गुरुवार को प्रभावित रहा। बागेश्वर में बारिश के कारण कंधार-लोहागड़ी, बिजोरीझाल-ओल्लसों और शामा-लीती मोटरमार्ग बंद हो गया। कपकोट के असों गांव में पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन से गांव के 20 परिवारों पर खतरा बना हुआ है।
थल-मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी के निकट नया बस्ती के पास पहाड़ से लगातार मलबा गिर रहा है। यहां चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट-दारमा, तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख और मुनस्यारी मिलम मार्ग गुरुवार को भी बंद रहे। शाम छह बजे नरेंद्रनगर के सोनी गांव के पास गंगोत्री राजमार्ग भी मलबा आने के कारण बंद रहा। दूसरी ओर गंगोत्री राजमार्ग पर फकोट के पास आल वेदर रोड का हिस्सा बह गया है। इससे यातायात पूरी तरह ठप है। भिन्नु गदेरे के उफान पर आने से सड़क बह गई है। अब कुछ दिन तक गंगोत्री राजमार्ग बंद रहने की संभावना है।