मणिपुर (Manipur) में हुए उग्रवादी (Militant Attack) हमले में शहीद छत्तीसढ़ (Chhattisgarh) के रायगढ़ जिले (Raigad) के निवासी वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाटी के बड़े बेटे कर्नल विप्लव त्रिपाठी शहीद हो गए जबकि इस हमले में उनकी 37 वर्षीय पत्नी अनुजा शुक्ला और 6 वर्षीय बेटे अवीर त्रिपाठी की भी मौत हो गई. उग्रवादियों ने कर्नल त्रिपाठी के काफिले पर पहले आईडीडी ब्लास्ट किया, उसके बाद फायरिंग कर दी. इस हमले में चार जवान भी शहीद हो गए.
कर्नल विप्लव त्रिपाठी के माता-पिता इसी सप्ताह अपने बेटे से मिलकर मणिपुर से लौटे थे. सुभाष त्रिपाठी (80) और पत्नी आशा (70) ने कर्नल और उनके परिवार के साथ दिवाली मनाई थी और 7 नवंबर को पूर्वी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में अपने गृहनगर लौट आए थे. कर्नल विप्लव के दादा किशोरी मोहन त्रिपाठी संविधान निर्माता समिति के सदस्य थे. वे रायगढ़ के प्रथम मनोनीत सांसद भी नियुक्त हुए थे. कर्नल के पिता सुभाष त्रिपाठी एक अखबार के संपादक और रायगढ़ प्रेस क्लब के अध्यक्ष हैं. इनकी मां पेशे से डॉक्टर हैं और समाजिक कार्यकर्ता हैं. विप्लव के छोटे भाई अनय त्रिपाठी भी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं.
उग्रवादी हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी शहीद हो गए जबकि उनकी पत्नी और बच्चे ने भी मौके पर दम तोड़ दिया.
कर्नल विप्लव त्रिपाठी की डेढ़ साल पहले ही मणिपुर में पोस्टिंग हुई थी. इससे पहले वह मेरठ कैंट में तैनात थे. मणिपुर में पोस्टिंग से करीब सालभर पहले विप्लव घर आए थे. शनिवार की सुबह जब परिवार के सदस्य नाश्ता कर रहे थे उसी वक्त उन्हें बड़े बेटे की शहादत की जानकारी मिली.
बेटे की शहादत की सूचना मिलने के बाद से पिता सुभाष त्रिपाठी और मां खामोश हैं. बता दें कि कर्नल विप्लव त्रिपाठी के छोटे भाई अनय त्रिपाठी भी असम राइफल्स में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और बहुत जल्द ट्रेनिंग पर महू जाने वाले हैं.जिस समय कर्नल त्रिपाठी की शहादत की खबर आई उस वक्त वो भी अपने माता-पिता के साथ थे. अनय त्रिपाठी अपने बड़े भाई, भाभी और भतीजे का शव लेने मणिपुर के लिए रवाना हो गए हैं.
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