अब तक हम यही पढ़ चुके हैं कि कमल राष्ट्रीय फूल है और हॉकी राष्ट्रीय खेल है । प्रतियोगी परीक्षाओं में भी ऐसे प्रश्न पूछे जाते हैं। लेकिन, सूचना का अधिकार (RTI) के तहत एक जवाब में केंद्र सरकार ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि कमल और हॉकी राष्ट्रीय महत्व से जुड़े नहीं हैं। सरकार का उद्देश्य सभी खेलों को बढ़ावा देना है। इसलिए किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में घोषित नहीं किया गया है।
यह आरटाई बिहार के मधुबनी (रामपट्टी) के शिक्षक कृष्ण कुमार ने लगाई थी, जिन्होंने बच्चों को राष्ट्रीय पशु बाघ व पक्षी मोर के बारे में विस्तृत जानकारी देने के बाद राष्ट्रीय पुष्य और खेल के बारे में गंभीर जानकारी नहीं मिलने पर आरटाई का दरवाजा खटखटाया |
शिक्षक कृष्ण कुमार प्रथम आरटीआई पीएमओ में लगाई में लगाई थी जिसे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को भेजा गया था। जहां से इसी वर्ष 29 मार्च को केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी (सीपीआईओ) कार्यालय से उनके पास जवाब आया | केंद्रीय अवर सचिव गीता भटनागर ने लिखित जवाब में बताया कि उनके पास इसे लेकर कोई आदेश या नोटिफिकेशन जारी किए जाने की जानकारी नहीं है। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय खेल के बारे में जानकारी के लिए एक और आरटीआई लगाई, जिसमें, केंद्र सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल परिवर्तन विभाग के अवर सचिव (खेल समन्वय) राज के गुप्ता से उन्हें 11 अप्रैल को जवाब आया कि सरकार ने किसी भी खेल को देश के लिए राष्ट्रीय खेल के रूप में घोषित नहीं किया गया है। कृष्ण कुमार ने बताया कि यह चौकाने वाला हैं, क्योंकि अब तक वह भी पढ़ चुके थे कि राष्ट्रीय फूल कमल और राष्ट्रीय खेल हॉकी है। पर इन्हें कब घोषित किया गया, इसकी जानकारी उन्हें नहीं मिल रही थी। ऐसे में उन्होंने आरटीआई का सहारा लिया।