नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। पहलवान लगातार बृजभूषण की गिरफ्तारी के मांग कर रहे हैं। इस बीच दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज दोनों एफआईआर की कॉपी और पूरी डिटेल सामने आई है।
आपको बता दें कि बृजभूषण के खिलाफ दर्ज 2 एफआईआर में कुछ आपत्तिजनक फेवर और छेड़छाड़ के कम से कम 10 मामलों की शिकायत की गई है। एफआईआर में 10 ऐसे मामलों का जिक्र है।जिसमें पहलवानों ने गलत तरीके से छूना, बहाने से सीने पर हाथ फेरने के अलावा और भी कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, पहली एफआईआर में छह बालिग रेसलर्स ने आरोप लगाया है कि सांसद बृजभूषण ने उन्हें गलत तरीके से छुआ। बहाने से सीने पर हाथ रखने की कोशिश की। यहां तक कि सांस को चेक करने के बहाने से उनकी टी-शर्ट भी उतारी। एक जख्मी महिला खिलाड़ी का खर्च कुश्ती संघ द्वारा उठाने को लेकर संबंध बनाने की डिमांड भी की। आरोप है कि जब खिलाड़ी ने इससे इनकार कर दिया तो उनके साथ ट्रायल में भेदभाव किया गया।
वहीं दूसरी एफआईआर में एक नाबालिग रेसलर ने बहाने से कमरे में बुलाकर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है, लेकिन अपनी सूझ-बूझ वह बच निकली। बृजभूषण के खिलाफ धारा 354, 354 ए, 354 डी, और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पहलवानों के आरोपों को लेकर गुरुवार को ही सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक भी आरोप साबित हुआ तो फांसी पर लटक जाऊंगा। पहलवानों की पहले कुछ मांग थी, अब कुछ और हो गई। कौन क्या कह रहा है उससे मतलब नहीं है। इनकी शर्तें, भाषा लगातार बदल रही हैं। वहीं हरियाणा के पहलवानों के सम्मान की लड़ाई अब पश्चिमी यूपी तक आ गई है। जिसको लेकर किसान नेताओं के अलावा तमाम संगठन आए हैं।