बॉलिवुड के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अक्सर अपने बयानों के चलते विवादों का हिस्सा बने नजर आते हैं। एक बार फिर जावेद अख्तर अपने दिए गए बयान के चलते मुसिबत में घिर गए हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर मुंबई पुलिस ने गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने कथित तौर पर आरएसएस और तालिबान को एक समान बताया था।
दरअसल, मुंबई के एक वकील संतोष दुबे ने जावेद अख्तर के खिलाफ मुलुंड पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है। जावेद अख्तर ने पिछले महीने अपने एक इंटरव्यू में आरएसएस के खिलाफ बयान दिया था। उन्होंने आरएसएस की तालिबान और हिंदू चरमपंथियों के बीच समानताएं बताई थीं। उनके इसी बयान के बाद अब वकील ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। वकील ने बताया- मैंने पहले जावेद अख्तर को कानूनी नोटिस भेजा था और उनसे माफी मांगने को कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और अब उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इससे पहले, वकिल संतोष दुबे ने दावा किया था कि, अगर जावेद अख्तर ‘बिना शर्त लिखित माफी’ मांगने और नोटिस मिलने के सात दिनों के भीतर जवाब देने में विफल हुए तो वह उनसे 100 करोड़ रुपये हर्जाने के रूप में मांगते हुए उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराएंगे। वकील का दावा था कि, इस तरह की बयानबाजी करके जावेद अख्तर ने भारतीय दंड संहिता की धारा 499 (मानहानि) और 500 (मानहानि की सजा) के तहत अपराध किया है।
पूरे मामले की अगर बात करें तो – जावेद अख्तर ने कुछ समय पहले ही एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने आरएसएस के खिलाफ खुलकर अपने विचार रखे थे। उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा था कि, आरएसएस का समर्थन करने वालों की मानसिकता भी तालिबानियों जैसी ही है। आरएसएस का समर्थन करने वालों को आत्म परीक्षण करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, ‘आप जिनका समर्थन कर रहे हैं, उनमें और तालिबान में क्या अंतर है? उनकी जमीन मजबूत हो रही है और वे अपने टारगेट की तरफ बढ़ रहे हैं। दोनों की मानसिकता एक ही है।’ उनके इस बयान का जमकर विरोध किया गया था।