पंजाब कांग्रेस में इस वक्त बड़ी हलचल चल रही है। जिस वजह से पहले विधायकों और मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया। अब अचानक CM चरणजीत चन्नी को भी राहुल गांधी का बुलावा आ गया। चन्नी उस वक्त रोपड़ के किसी कार्यक्रम में गए थे। वहां से वो तुरंत ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस हलचल को कैप्टन अमरिंदर सिंह के सियासी दांव के साथ अरुसा आलम के विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है।
अरुसा विवाद को लेकर कांग्रेस हाईकमान खासा नाराज बताया जा रहा है। खासकर, इस विवाद में कैप्टन ने सोनिया गांधी को घसीट लिया। जिसके बाद दिल्ली में हलचल बढ़ गई। इसी वजह से पहले डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा को दिल्ली तलब किया गया था। माना जा रहा है कि उन्हें इस मुद्दे पर कांग्रेस हाईकमान की खरी बातें सुननी पड़ी। रंधावा ने ही अरुसा के ISI कनेक्शन की जांच की बात कहकर विवाद शुरू किया था।
सिद्धू ने मीटिंग में उठाए थे सरकार पर सवाल
इस पूरे प्रकरण की नींव में नवजोत सिद्धू भी बताए जा रहे हैं। पंजाब में चुनाव को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू से मीटिंग की थी। जिसमें सिद्धू ने भी अरुसा विवाद को लेकर एतराज जताया। इसके अलावा डीजीपी और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति पर सवाल उठाए। सिद्धू ने हाईकमान को बताया कि पंजाब में सरकार हाईकमान के 18 सूत्रीय एजेंडे पर काम नहीं कर रही। माना जा रहा है कि इसके बाद ही संगठन की शिकायत पर सरकार को दिल्ली बुलाया गया।
विस सेशन की सिद्धू ने की तारीफ
नवजोत सिद्धू ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने और कृषि कानूनों को लेकर 8 नवंबर को बुलाए पंजाब विधानसभा सेशन की तारीफ की है। हालांकि सिद्धू ने फिर चन्नी सरकार के लिए सवाल छोड़ दिया है। सिद्धू ने इसमें गलत बिजली समझौतों को रद्द करने की भी मांग उठा दी है। जिसके जरिए घरेलू उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मिल सकेगी।
ये भी पढ़ें..
कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस: नई पार्टी के साथ चुनाव में उतरेंगे