देहरादून-उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर अमल करते हुए भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्यवाही करनी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने लक्ष्मणझूला-कांडी-दुगड्डा-रथुवाढाब-धुमाकोट सड़क निर्माण के मामले में हुए घटिया गुणवत्ता वाले निर्माण का सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए संज्ञान में लेते हुए लोक निर्माण प्रांतीय खंड, दुगड्डा के जिम्मेदार अधिकारियों एई अजीत सिंह व जेई अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया। सीएम तीरथ सिंह रावत ने लोनिवि के एक आलाधिकारी को भी फटकार लगाते हुए इस मामले की जांच बैठा दी है।
मुख्यमंत्री तीरथ ने साफ संदेश दे दिया है कि यदि किसी भी विभाग में कार्यों की गुणवत्ता को लेकर यदि समझौता हुआ तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों पर त्वरित रूप से शासकीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और लापरवाही को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार स्वच्छ, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन के लिए प्रतिबद्ध है। दरअसल रथुवाढाब- रिखणीखाल सड़क जो आगे चलकर रिखणीखाल व धुमाकोट को जोड़ती है। वहां मात्र 5 दिन पहले किया गया डामर हाथ से ही उखड़ जा रहा था। बीते दिनों सोषल मीडिया में इस सड़क के डामरीकरण को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ था। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वायरल होने के बाद अब इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।