गोपेश्वर-जनपद चमोली के सीमान्त दुर्मी क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सम्मलित हुए। 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर ऐतिहासिक दुर्मी ताल (तालाब) के पुनर्निर्माण की घोषणा किए जाने के एवज में जनता ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत का सम्मान किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री रावत ने दुर्मी-निजमुला घाटी में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने और बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए बुनियादी सुविधाओं से संबंधित लगभग एक दर्जन घोषणाएं करते हुए कहा कि राज्य सरकार पहाड़ की महिलाओं के सिर से घास का बोझ हटाने की योजना बना रही है, इस योजना को अमल में लाने के लिए आगामी बजट में धनराशि की घोषणा की जाएगी और इस योजना को अगले पांच वर्ष में पूरी तरह धरातल पर उतार दिया जाएगा।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जनपद चमोली के गोपेश्वर में जिला प्रशासन द्वारा संचालित निःशुल्क प्रेरणा कोचिंग सेंटर में युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने सफलता का एक मंत्र दिया, कि खुली आंखों से सपने देखने वाले ही जीवन में आगे बढ़ पाते हैं। और स्वामी विवेकानंद ने कहा कि जागो, उठो और जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो, रूको नहीं। ऐसी सोच रखने पर ही सफलता मिलती है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कोचिंग सेंटर संचालन के लिए चमोली जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया की सराहना की।